SRI TYAGARAJASHTAKAM

 श्रीत्यागराजाष्टकम्
       (श्री मुत्तुस्वामिदीक्षितकृतम्)
कल्याणसौगन्धिकपुष्पहार-
    
संशोभिकण्ठाय कलाधराय।
कल्याणशैलेन्द्रधनुर्धराय
    
श्री
त्यागराजाय नमो नमस्ते॥१॥
मुक्तेन्द्रनीलादिसुरत्नराशि-
    
संशोभिसिंहासनसंस्थिताय।
 मुक्ताकुमाराख्यमहिस्तुताय
  
 श्री
त्यागराजाय नमो नमस्ते॥२॥
 कीशाननश्रीमुचुकुन्दभूप-
    संप्रार्थनाद्भूतलमागताय।
गोचन्द्रसंस्थाय
कुमारपित्रे
    श्री त्यागराजाय नमो
नमस्ते॥३॥
गोप्त्रे
पशूनां गुरुराजभूप-
   धर्त्रे सदा श्रीपुरसंस्थिताय।
गुप्तस्वगात्राय
हृदये भजाय
     श्री त्यागराजाय नमो नमस्ते॥४॥
कान्तातिसौन्दर्यरथस्थिताय
  कान्तासमाश्लेषितसुन्दराय ।    
कान्तार्धरूपाय
गजास्यपित्रे
  श्री त्यागराजाय नमो
नमस्ते॥५॥
  निरन्तराभ्यासविशेषवेद्य-
    बोधस्वरूपाय निरञ्जनाय।
निरङ्कुशानन्दपदप्रदाय
     श्री त्यागराजाय नमो
नमस्ते॥६॥
  
अनन्तहृद्वारिजहंसरूप-
   नृत्तंकरायादिगुरूत्तमाय।
अनन्तकल्याणगुणैकधाम्ने
  श्री त्यागराजाय नमो
नमस्ते॥७॥
श्रीमच्चिदानन्दगुरुस्वरूप-
   श्रीत्यागराजाङ्घ्रिसरोजयुग्मे
अनन्तबोधप्रदमष्टकाख्यं
   स्तोत्रं सुभक्त्याकृतमर्पितं मया  ॥८॥
 
   

Sri P R Ramamurthy Ji was the author of this website. When he started this website in 2009, he was in his eighties. He was able to publish such a great number of posts in limited time of 4 years. We appreciate his enthusiasm for Sanskrit Literature. Authors story in his own words : http://ramamurthypr1931.blogspot.com/

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