Lyrics of “piba re raamarasam” by Sadashiva
Brahmendraah
Brahmendraah
Kriti: पिब रे रामरसम्
Raga: Yamunakalyani
Tala: Adi
Pallavi(refrain)
पिब रे रामरसं हे रसने
Charanam
दुरीकृत-पातक-संसर्गं
पूरित-नानाविध-फल-वर्गम् (पिब रे..)
परिपालित-सरसिजगर्भाण्डं
परमपवित्रीकृत-पाषण्डम् (पिब रे..)
जनन-मरणभय-शोक-विदूरं
सकल-शास्त्र-निगमागम-सारम् (पिब रे..)
सिद्ध-परम-परमाश्रम-गीतं
शुक-शौनक-कौशिक-मुख-पीतम् (पिब रे..)
परमहंस-वचनामृत-सारं
ब्रह्मानन्द-गुणाधिक-सारम् (पिब रे..)
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