तुलस्यष्टोत्तरशतनामावलिः
Chant prefixing ओं
and suffixing नमः
and suffixing नमः
ओं तुलस्यै नमः
पावन्यै
पूज्यायै
वृन्दावननिवासिन्यै
ज्ञानदात्र्यै
ज्ञानमय्यै
निर्मलायै
सर्वपूजितायै
सत्यै
पतिव्रतायै १०
वृन्दायै
क्षीराब्धिमथनोद्भवायै
कृष्णवर्णायै
रोगहन्त्र्यै
त्रिवर्णायै
सर्वकामदायै
लक्ष्मीसख्यै
नित्यशुद्धायै
सुदत्यै
भूमिपावन्यै २०
हरिध्यानैकनिरतायै
हरिपादकृतालयायै
पवित्ररूपिण्यै
धन्यायै
सुगन्धिन्यै
अमृतोद्भवायै
सुरूपारोग्यदायै
तुष्टायै
शक्तित्रितयरूपिण्यै
देव्यै ३०
देवर्षिसंस्तुत्यायै
कान्तायै
विष्णुमनःप्रियायै
भूतवेतालभीतिघ्न्यै
महापातकनाशिन्यै
मनोरथप्रदायै
मेधायै
कान्त्यै
विजयदायिन्यै
शंखचक्रगदा पद्मधारिण्यै ४०
कामरूपिण्यै
अपवर्गप्रदायै
श्यामायै
कृशमध्यायै
सुकेशिन्यै
वैकुण्ठवासिन्यै
नन्दायै
बिंबोष्ठ्यै
कोकिलस्वनायै
कपिलायै ५०
निम्नगाजन्मभूम्यै
आयुष्यदायिन्यै
वनरूपायै
दुःखनाशिन्यै
अविकारायै
चतुर्भुजायै
गरुत्मद्वाहनायै
शान्तायै
दान्तायै
विघ्ननिवारिण्यै ६०
विष्णुमूलिकायै
पुष्टायै
त्रिवर्गफलदायिन्यै
महाशक्त्यै
र्महामायायै
लक्ष्मीवाणीसुपूजितायै
सुमंगल्यर्चनप्रीतायै
सौमङ्गल्यविवर्धिन्यै
चातुर्मासोत्सवाराध्यायै
विष्णुसान्निध्यदायिन्यै ७०
उत्तानद्वादशीपूज्यायै
सर्वदेवप्रपूजितायै
गोपीरतिप्रदायै
नित्यायै
निर्गुणायै
पार्वतीप्रियायै
अपमृत्युहरायै
राधाप्रियायै
मृगविलोचनायै
अम्लानायै ८०
हंसगमनायै
कमलासनवन्दितायै
भूलोकवासिन्यै
शुद्धायै
रामकृष्णादिपूजितायै
सीतापूज्यायै
राममनःप्रियायै
नन्दनसंस्थितायै
सर्वतीर्थमय्यै
मुक्तायै ९०
लोकसृष्टिविधायिन्यै
प्रातर्दृश्यायै
ग्लानिहन्त्र्यै
वैष्णव्यै
सर्वसिद्धिदायै
नारायण्यै
सन्ततिदायै
मूलमृद्धारिपावन्यै
अशोकवनिकासंस्थायै
सीताध्यातायै १००
निराश्रयायै
गोमतीसरयूतीररोपितायै
कुटिलालकायै
अपात्रभक्ष्यपापघ्न्यै
दानतोयविशुद्धिदायै
श्रुतिधारणसुप्रीतायै
शुभायै
सर्वेष्टदायिन्यै १०८