HYMNS TO VISHNU – DUKHAMOCHAKA SRIMADACHYUTASHTAKAM

 ११.  दुःखमोचकश्रीमदच्युताष्टकम्

         (श्री शंकराचर्यकृतम्)
अच्युताच्युत हरे परमात्मन्
रामकृष्ण पुरुषोत्तम विष्णो ।
वासुदेव भगवन्ननिरुद्ध
श्रीपते शमय दुःखमशेषम् ॥ १ ॥
विश्वमङ्गल विभो जगदीश
नन्दनन्दन नृसिंह नरेन्द्र ।
मुक्तिदायक मुकुन्द मुरारे
श्रीपते शमय दुःखमशेषम् ॥ २ ॥
रामचन्द्र रघुनायक देव
दीननाथ दुरितक्ष्ययकारिन् ।
यादवेन्द्र यदुभूषण यज्ञ
श्रीपते शमय दुःखमशेषम् ॥ ३ ॥
देवकीतनय दुःखदवाग्ने
राधिकारमण रम्य सुमूर्ते ।
दुःखमोचक दयार्णव नाथ
श्रीपते शमय दुःखमशेषम् ॥ ४ ॥
गोपिकावदनचन्द्रचकोर
नित्य निर्गुण निरन्जन जिष्णो ।
पूर्णरूप जयशंकरशर्व
श्रीपते शमय दुःखमशेषम् ॥ ५ ॥
गोकुलेश गिरिधारणधीर
यामुनाच्छतटखेलन वीर ।
नारदादि मुनिवन्दितपाद
श्रीपते शमय दुःखमशेषम् ॥ ६ ॥
द्वारकाधिप दुरन्तगुणाब्धे
प्राणनाथ परिपूर्ण भवारे ।
ज्ञानगम्य गुणसागर ब्रह्मन्            
श्रीपते शमय दुःखमशेषम् ॥ ७ ॥
दुष्टनिर्दलन देव दयालो
पद्मनाभ धरणीधर धन्विन् ।
रावणान्तक रमेश मुरारे
श्रीपते शमय दुःखमशेषम् ॥ ८ ॥
अच्युताष्टकमिदं रमणीयम्
निर्मितं भवभयं विनिहन्तुम् ।
यः पठेत् विषयवृत्तिनिवृत्तिम्
जन्मदुःखमखिलं स जहाति ॥ ९ ॥
         ***

Sri P R Ramamurthy Ji was the author of this website. When he started this website in 2009, he was in his eighties. He was able to publish such a great number of posts in limited time of 4 years. We appreciate his enthusiasm for Sanskrit Literature. Authors story in his own words : http://ramamurthypr1931.blogspot.com/

Author Socials Follow me

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.